Site icon Lifetimekhabar

Small cap fund में निवेश करते समय आपको इन 4 गलतियों से बचना चाहिए ।

Small cap fund में निवेश करते समय आपको इन 4 गलतियों से बचना चाहिए ।

Small cap fund : बहुत लोग Small cap fund  में निवेश करते है क्याकि उनको लगता है भविष्य में ये संपत्ति बढ़ जाएगी । लेकिन वो ये नहीं सोचते की Small cap fund  में निवेश करने में रिस्क भी होती है । जब भी शेयर मार्किट में डाउनफॉल  आता है या Small cap fund मतलब स्माल कैप कंपनी जोर से निचे आते है ।लेकिन इसमें बहुत ही ऐसी स्माल कैप कंपनिया है जो की इन कंपनियों ने लोगो को काफी अच्छे रिटर्न दिए हुए है ।

लेकिन जब भी मार्केट में क्रैश आता है तो ये कंपनिया मार्केट को फेस करने में वीक हो जाती है । इस  वजह से आज हम आपको बताने वाले है की , म्यूच्यूअल  फंड में  Small cap fund में निवेश करते समय आपको इन 4 गलतियों से बचना चाहिए ।

Small cap fund में निवेश करते समय आपको इन 4 गलतियों से बचना चाहिए ।

जिस स्टॉक में ज्यादा AUM हो  वो  स्टॉक न ख़रीदे

AUM ( ASSET UNDER  MANAGEMENT ) : स्माल कैप फण्ड का AUM शुरुवात में कम होता है । और अगर ये स्माल कैप फण्ड बढ़ने लगा तो AUM  भी बढ़ने लगता है । और जब ये AUM बढ़ता है तो म्यूच्यूअल फंड में निवेश करनेवाले फण्ड मैनेजर को कष्ट पड़ते है। वो AUM  मैनेज करने के लिए । क्योकि स्माल कैप कंपनिया शेयर मार्केट  लिस्ट में कम होने के कारण , निवेश करे तो कहा करे ये प्रॉब्लम आना शुरू हो जाता है ।

रिस्क  एंड वोलैटिलिटी देखकर निवेश करे

रिस्की एंड वोलैटिलिटी : स्माल कैप फण्ड में में निवेश करते समय बात का ध्यान जरूर रखे की ये , इसमें निवेश करना काफी रिस्की होता है । और इस फण्ड में काफी वोलैटिलिटी दिखाई  देती है । तो जब भी आप इसमें निवेश करने की सोचते हो तो ये बात जरूर  देखे की आप कहा  एंट्री और एक्झिट कर रहे हो ।

कभी ऐसा भी होता है की मार्केट उच्च स्तर पर  होता है । और आप वह निवेश करते हो तो और फिर वहासे मार्केट अगर निचे आता है ।  तो आपको बहुत नुकसान हो सकता है । इसलिए मार्केट बॉटम में होता है तब एंट्री करते हो तो आपको  म्यूच्यूअल फंड में अच्छे रिटर्न मिल सकते है ।

लार्जकैप पोर्टफोलियो और स्माल कैप पोर्टफोलियो अलग बनाइये ।

आप आपके डीमैट अकाउंट में पोर्टफोलियो बनाते हो तो 2 प्रकार के पोर्टफोलियो  बनाइये इसमें आप कोअर पोर्टफोलियो में लार्जकैप कंपनिया और मिड कैप कंपनिया रखे । और सैटेलाइट पोर्टफोलियो में स्माल कैप कंपनिया रखे । ऐसे में आपका   कोअर पोर्टफोलियो 70 से लेके 75 प्रतिशत लार्जकैप कंपनिया और मिड कैप कंपनिया  भरा हुआ चाहिए।

और बाकि 20 से 25 प्रतिशत कंपनिया सैटेलाइट पोर्टफोलियो में स्माल कैप कंपनिया रखे । इसमें ये होता है की जब भी मार्केट बढ़ जाता है तो आपको अच्छा परफॉर्मन्स देखने को मिलता है .और जब मार्केट क्रैश होता है तक आपके कोअर पोर्टफोलियो में लार्जकैप कंपनियों के स्टॉक जोर से गिरते हुए दिखाई देते है लेकिन वो जल्द ही रिकवर भी हो जाते है ।

लेकिन ऐसे में अगर आपने ज्यादा पैसा स्माल कैप कंपनियों के स्टॉक में लगाए हुए है तो उन स्टॉक में काफी गिरावट आती है और वो रिकवर हने के लिए टाइम लगता है । इसलिए आप लार्जकैप पोर्टफोलियो और स्माल कैप पोर्टफोलियो अलग बनाइये । आपको कुछ बाते समझने के लिए ये आसान होगा ।

स्माल कैप फण्ड में एक ही स्टॉक में ज्यादा मात्रा में निवेश न करे

अगर मार्केट क्रैश हुआ है । और उसमे कही एक स्टॉक ऐसा है की वो उसमे लगातार गिरावट आती दिख रही है । तो उसमे बड़ी मात्रा में निवेश न करे। क्योकि स्माल कैप फंड में  म्यूच्यूअल फण्ड में आप जो पोर्टफोलियो बनाते हो उसमे जो भी स्माल कैप कंपनिया है उसका परफॉर्मन्स देखना जरूरी होता है । इसमें आप बैकटेस्टींग करे और फिर निवेश करे ।

कभी कभी वो स्टॉक कुछ प्रतिशत निचे गिर जाता है तब आप उसमे अगर बड़ी मात्रा में निवेश करोगे और उसके बाद वही स्टॉक पूरा निचे आये तो आपको काफी  नुकसान झेलना पद सकता है । इसलिए  अलग अलग स्माल कैप फंड में निवेश कीजिये । अगर एक स्टॉक निचे भी जाता है तो दूसरा स्टॉक उसका लॉस रिकवर कर सकता है ।

( नोट : ये लेख सिर्फ आपके जानकारी के लिए है। इसमें  निवेश करने की सलाह आपको दियी नहीं है । आपको निवेश करने के लिए शेअर मार्केट विशेषज्ञ की राय जरूर ले । बिना सोचे समजे शेअर मार्केट मे  निवेश न करे । शेअर मार्केट एक जोखीम के अधीन होता है ।  आपके वित्तीय नुकसान के लिए लाइफटाइमखबर.कॉम जिम्मेदार नहीं  होगा )

 

 

 

 

 

Exit mobile version